स्मार्ट स्ट्रीट के रूप में विकसित होंगी शहर की दो सड़कें
मुख्यमंत्री की ओर से गोरखपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की पहल का असर दिखने लगा है। अब गोरखपुर स्मार्ट एंड सेफ सिटी बनने की ओर अग्रसर है। करीब 43 करोड़ खर्च कर दो स्मार्ट स्ट्रीट विकसित की जाएगी। इसके लिए शहर की दो सड़कों का चयन किया गया है। इन सड़कों को करीब तीन किमी तक स्मार्ट बनाया जाएगा। इस सड़कों पर हर तरफ हरियाली होगी। बारिश की एक बूंद भी बेकार नहीं होगी। इसके लिए रेन वॉटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था होगी।
नगर निगम के मुख्य अभियंता सुरेश चन्द ने बताया कि विकसित होने वाली स्मार्ट सड़कों पर लोग तेजी से फर्राटा भर सकेंगे। ऐसी व्यवस्था होगी कि केबल व वाटर पाइप लाइन डालने के लिए सड़कों को काटना नहीं पड़ेगा। स्ट्रीट वेंडर्स को कारोबार करने के लिए स्थान निर्धारित किया जाएगा। शुरूआत से अंत तक सड़क की चौड़ाई एक बराबर होगी। इसके लिए शासन द्वारा नामित एक कंपनी ने सर्वे किया है। बुधवार को एएनबी कंसलटेंट ने प्रशासनिक और नगर निगम के अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुतिकरण दिया गया। सर्वे करने वाली कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि स्मार्ट स्ट्रीट के लिए कई पैरामीटर्स पर सर्वे किया गया है। इन सड़कों पर गुजरने वाले वाहन, पाथ वे की स्थिति, सड़कों के किनारे स्ट्रीट वेंडर्स की संख्या का डाटा तैयार किया गया है।
शुरू से अंत तक एक बराबर होगी सड़क की चौड़ाई
शहर की दो सड़कों को स्मार्ट स्ट्रीट के रूप में विकसित किया जाएगा। इस पर चलने वालों को अलग ही अहसास होगा। स्मार्ट स्ट्रीट में चयनित सड़क की चौड़ाई शुरू से लेकर अंत तक एक समान होगी। सड़क के एक तरफ अंडर ग्राउंड स्थान सुरक्षित होगा। जिससे घरों और दुकानों तक बिजली कनेक्शन देने के लिए तार, गैस व वाटर सप्लाई की पाइप के लिए सड़क को काटनी नहीं पड़ेगी। इन सड़कों पर ड्रेनेज सिस्टम भी अंडरग्राउंड होगा।
स्मार्ट स्ट्रीट पर खर्च होंगे 43 करोड़
शहर की दो सड़कों को स्मार्ट स्ट्रीट बनाने के लिए सर्वे किया जा चुका है। स्मार्ट स्ट्रीट पर 43 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके तरह चौराहों का सुंदरीकरण भी किया जाएगा। साथ ही पाथ-वे, स्ट्रीट लाइट, डिवाइडर आदि की व्यवस्था होगी।
निगम को हर साल मिलेंगे 50 करोड़
स्मार्ट सिटी में चयन को लेकर शासन की तरफ से पांच साल तक प्रत्येक वर्ष 50 करोड़ रुपये मिलेंगे। इस योजना को लेकर नगर निगम ने पिछले दिनों इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को लेकर डीपीआर शासन को भेजा गया है। इस योजना पर 35 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
दो सड़कें बनेंगी स्मार्ट स्ट्रीट
1-बेतियाहाता (भगत सिंह प्रतिमा से), शास्त्री चौक, कचहरी चौराहा, इंदिरा तिराहा, काली मंदिर, पुलिस लाइन तिराहा से यातायात तिराहे तक
2-पुलिस लाइन से कार्मल स्कूल, क्षेत्रीय क्रीड़ांगन होते हुए रेलवे बस स्टेशन तक
शहर की दो सड़कों का चयन स्मार्ट स्ट्रीट के रूप में किया गया है। कंपनी ने सर्वे के बाद प्रस्तुतिकरण दे दिया है। शहर की ये दो सड़कें हर लिहाज से मॉडल होंगी। सप्ताह भर में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर शासन को भेज दी जाएगी। औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद इन सड़कों को जल्द ही विकसित किया जाएगा।
के.विजयेन्द्र पांडियन, जिलाधिकारी